वह आया देखो वह आया
डगमगाता वह आया
ठिक ठिक खट खट छोटी सी सेंडल
खटखटाता वह आया
रजाई हटा बालों को खींच
कभी लगा कर तीखी चीख
प्रातः जल्दी उठ जाने की
बाल अबोध मुझे देता सीख
उठते ही कहता ई ई ई ..
ई..ई य पानी तक चल
खाली मग और हाथ बताता
प प्प..पा डालो इसमें जल
शक्ल उसकी बहुत लुभावनी
आँखे हैं पर बड़ी नटखट
मेरी न ..न वह क्यों समझे
चीख बताये जल डालो झटपट
नाक कर रही उसकी घुर्र घुर्र
टपक रहा है उससे पानी
शीत की इस कुटिलता पर
जल दे क्या कर दूं नादानी
कहीं सिसक उठती है ममता
ले बेटा, ले , थोडा सा ले ले
मम्मी उसकी रहे चीखती
पानी से "वो"नानाविध खेले
"वो"=विक्कू (बेटा)
कृ.प.उ.
डगमगाता वह आया
ठिक ठिक खट खट छोटी सी सेंडल
खटखटाता वह आया
रजाई हटा बालों को खींच
कभी लगा कर तीखी चीख
प्रातः जल्दी उठ जाने की
बाल अबोध मुझे देता सीख
उठते ही कहता ई ई ई ..
ई..ई य पानी तक चल
खाली मग और हाथ बताता
प प्प..पा डालो इसमें जल
शक्ल उसकी बहुत लुभावनी
आँखे हैं पर बड़ी नटखट
मेरी न ..न वह क्यों समझे
चीख बताये जल डालो झटपट
नाक कर रही उसकी घुर्र घुर्र
टपक रहा है उससे पानी
शीत की इस कुटिलता पर
जल दे क्या कर दूं नादानी
कहीं सिसक उठती है ममता
ले बेटा, ले , थोडा सा ले ले
मम्मी उसकी रहे चीखती
पानी से "वो"नानाविध खेले
"वो"=विक्कू (बेटा)
कृ.प.उ.
नीचे "ओल्डर पोस्ट" पर क्लिक
Bahut pyaari kavita he ye :-)
ReplyDelete